
BJP announces names of the candidates for Uttar Pradesh and Karnataka Legislative Council by-elections
Highlights
- उत्तर प्रदेश-कर्नाटक में होने हैं विधान परिषद उपचुनाव
- बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया
- 11 अगस्त को इन सीटों के लिए डाले जाएंगे वोट
MLC By-election: BJP ने उत्तर प्रदेश और कर्नाटक विधान परिषद उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। पार्टी ने विधान परिषद उपचुनाव के लिए उत्तर प्रदेश से धर्मेंद्र सिंह सैंथवार और निर्मला पासवान को चुनावी मैदान में उतारा है, तो वहीं दक्षिण भारत के राज्य कर्नाटक से बाबूराव चिंचानसूरू को उम्मीदवार बनाया गया है।
यूपी से धर्मेंद्र सिंह सैंथवार और निर्मला पासवान का नाम
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने उत्तर प्रदेश और कर्नाटक के उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए अपने बयान में कहा कि, भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने उत्तर प्रदेश में होने वाले आगामी विधान परिषद उपचुनाव- 2022 के लिए धर्मेंद्र सिंह सैंथवार और श्रीमती निर्मला पासवान और कर्नाटक में होने वाले आगामी विधान परिषद उपचुनाव- 2022 के लिए बाबूराव चिंचानसूरू के नामों पर अपनी स्वीकृति प्रदान की है।
11 अगस्त को इन सीटों पर होगी वोटिंग
दरअसल, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के सदस्य अहमद हसन के निधन और भाजपा के ठाकुर जयवीर सिंह के इस्तीफे की वजह से विधान परिषद की दो सीटें खाली हो गई थीं। वहीं कर्नाटक में सी एम इब्राहिम के इस्तीफा देने की वजह से एक सीट खाली हो गई थी। चुनाव आयोग ने 18 जुलाई को इन तीनों सीटों पर उपचुनाव करवाने की घोषणा की थी। आयोग की घोषणा के मुताबिक, इन तीनों सीटों पर 25 जुलाई से निर्वाचन प्रक्रिया शुरू हो गई है और 11 अगस्त को इन सीटों के लिए मतदान होना है। उत्तर प्रदेश विधानसभा और कर्नाटक विधानसभा के आंकड़ों के आधार पर देखा जाए तो इन तीनों ही सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों का जीतना तय माना जा रहा है।
राजभर के बेटे पर दांव लगाने के थे कयास
उत्तर प्रदेश की बात करें तो, अखिलेश यादव और ओम प्रकाश राजभर की तनातनी को देखते हुए यह कयास लगाए जा रहे थे कि भाजपा इनमें से एक सीट पर राजभर के बेटे को चुनाव लड़ा सकती है, लेकिन पार्टी ने इस उपचुनाव के लिए अपने कैडर के नेता पर ही दांव लगाना उचित समझा। आपको बता दें कि, गोरखपुर से ताल्लुक रखने वाले धर्मेंद्र सिंह सैंथवार का राजनीतिक सफर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से शुरू हुआ था और वो पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष जैसा अहम दायित्व भी संभाल चुके हैं। वहीं कौशांबी से ताल्लुक रखने वाली निर्मला पासवान पार्टी की क्षेत्रीय उपाध्यक्ष हैं और उन्हे अनुसूचित जाति का बड़ा नेता माना जाता है।